कहा गया है कि प्रत्येक व्यक्ति के जीवन की तीन सबसे प्रमुख वस्तु रोटी,कपड़ा और मकान । परन्तु यह पुरानी बात हो गई है अब कहा जाता है कि धन ही एक मात्र व्यक्ति के जीवन का साधन बन चुका है । धन से व्यक्ति अपने तीनों जरूरत चाहे वह रोटी की की हो कपड़ा की हो या मकान । हालांकि यह बात भी पूर्ण रूप से सत्य नहीं है । व्यक्ति धन से सब कुछ तो खरीद सकता है परन्तु ज्ञान और खुशी नहीं । यह धन ही है जिसके लिए व्यक्ति कुछ भी कर सकता है कई इसे पाने के लिए घंटो मेहनत करते हैं तो कई गलत कार्य से कमाना चाहते हैं । अपार धन की प्राप्ति हर मनुष्य की चाहत होती है। अपार धन चाहने की इच्छा भी अपार होना जरूरी है। सिर्फ चाहने से धन नहीं मिलता उसके लिए मन में तड़प होना भी जरूरी है।
धन उसी व्यक्ति को प्राप्त होता है जिसके दिल में शुद्ध विचार होता है । अगर आपके घर में गरीबी हो या परिवार कर्ज में डूबा हो तो उस के लिए गलत रास्ता नहीं बल्कि हर व्यक्ति को निम्मनलिखित धन प्राप्ति के अचूक उपाय को अपनाना चाहिए ।
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महा लक्ष्मी अपने भक्तो को कभी निराश नही करती, और उनकी मुरादे पूरी कर उन्हे धन और समृद्धि से भरपूर करती हैं। वेदों मे लक्ष्मी को “लक्ष्यविधि लक्षमिहि” के नाम से संबोधित किया गया हैं, जिसका अर्थ होता हैं, जो लक्ष्य प्राप्ति मे मदद करें।
- लक्ष्मी पूजा:- जब भी धन की बात होती है माँ लक्ष्मी का नाम स्मरण अवश्य किया जाता है । क्योंकि लक्ष्मी जी की कृपा के बगैर पैसों की कामना करना असंभव है। सप्ताह में आने वाला शुक्रवार को माँ लक्ष्मी का दिन कहा जाता है । घर की औरतें हर शुक्रवार को माँ लक्ष्मी का व्रत रखती है और कथा-पाठ करती हैं। माता लक्ष्मी की फोटो या मूर्ति के आगे तिल के तेल व घी का दीया जलाएं। हल्दी व कुमकुम का तिलक लगाकर, मां को गुलाब के पुष्प अर्पित करें और धूपबत्ती जलाकर पूजा करें। दूध व गुड़ से तैयार मिठाइयों का भोग लगाएं। मां लक्ष्मी से अपनी सुख-समृद्धि व जीवन में कृपा बनाएं रखने के लिए कामना करें।
- कुबेर देव की पूजा:- कुबेर देव को धन का रखवाला माना गया है । पृथ्वीलोक की समस्त धन संपदा के भी एकमात्र वही स्वामी हैं। इनकी कृपा से धन प्राप्ति के योग बन जाते हैं। धन के अधिपति को पूज कर व मंत्र साधऩा करके आप भी कुबेर महाराज का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। देवी महालक्ष्मी के साथ कुबेर महाराज को पूजने से जीवन में आर्थिक लाभ प्राप्त होता है। इसलिए कुबेर यंत्र की स्थापना और आराधना भी धन प्राप्ति का अच्छा उपाय है।
- श्रेसुतक पाठ:- हर व्यक्ति धन की अपेक्षा में रहता है । इस संबंध में श्री सूक्त पाठ का बड़ा महत्व है। ऋग्वेद में माता लक्ष्मी की उपासना हेतु श्री सूक्त के मंगलकारी मंत्रों का ज़िक्र किया गया है। शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करते वक्त श्रीसूक्त मंत्र का पाठ कीजिए या फिर हवन करते वक्त भी आप इस मंत्र का जाप कर सकते हैं। श्रीसूक्त पाठ से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और गरीबी को दूर कर सुख व समृद्धि प्रदान करती हैं।
- गणेश जी को प्रसन्न करें:- गणेश जी का नाम हर शुभ कार्य से पूर्व लिया जाता है । दिवाली में लक्ष्मी जी और गणेश जी की मूरत के समक्ष पूजा-पाठ किया जाता है । प्रति बुधवार को गणेशजी को बेसन के लड्डू का भोग लगाएं। मंदिर में 5 तरह के फल या गुड़ और चने का दान करने से भी धन की प्राप्ति होती है।
- धन से बढ़ता धन:- अपनी तिजोरी में 10 के लगभग 100 से ज्यादा नोट रखें। जेब में हमेशा कुछ सिक्के रखें। खुद को धनवान मानना शुरू कर दें और उसी तरह से कपड़े पहनें और जो भी आप खरीदना चाहते हैं उसके बारे में कल्पना करें। जो लोग खुद को दरिद्र मानते हैं, वे हमेशा दरिद्र ही बने रहते हैं।
हमेशा सकारात्मक सोचें और खुद को साफ और स्वच्छ बनाए रखें। प्रतिदिन मंदिर जाएं और जो मिला है उसके लिए धन्यवाद देने के साथ अपनी नई मांग रखें और उस मांग की पूर्ति का श्रद्धा और सबूरी के साथ इंतजार करें।