व्यक्ति अपने जीवन और म्रत्यु तक के इस सुनहरी कहानी जिसे सामान्य भाषा में ‘जीवन या जिंदगी’ के नाम से नवाजा जाता है , उसके शुरू से अंत तक एक चरित्र है जिसे वह अपने भीतर से निकाल नहीं पाता वह है उसके भीतर उतपन्न होती चिंताएं। चिंता व्यक्ति के उम्र की तरह बढ़ती रहती […]