Hanuman ji हिन्दू इतिहास के सबसे बड़े भक्त में से एक रहें। इनकी श्रीराम के प्रति आस्था अद्धभुत थी। हनुमान जी को शिव जी का अवतार माना जाता है तभी इनके शिवजी के गुण मौजूद है। देवताओं में भगवान शिव के बाद बजरंगी बली ही ऐसे देवता हैं, जो अपने भक्तों पर अतिशीघ्र प्रसन्न होते हैं। छोटे-छोटे उपायों व मंत्रों से हनुमान जी प्रसन्न हो जाते हैं। सच्चे मन से श्रद्धापूर्वक Hanuman Mantra की पूजा कभी बेकार नहीं जाती और बड़ी-बड़ी परेशानियां दूर हो जाती है। शास्त्रों के मुताबिक साल में दो बार हनुमान जयंती मनाई जाती है। चैत्र मास की शुक्ल पूर्णिमा और कार्तिक कृष्णपक्ष की चतुर्दशी को। बाल्मीकि रामायण द्वारा यह लिखा गया है कि हनुमान जी का जन्म या यूं कहें अवतार कार्तिक मास की कृष्ण चतुर्दशी को हुआ।
- पहला मंत्र- ॐ तेजसे नम:
- दूसरा मंत्र- ॐ प्रसन्नात्मने नम:
- तीसरा मंत्र- ॐ शूराय नम:
- चौथा मंत्र- ॐ शान्ताय नम:
- पांचवां मंत्र- ॐ मारुतात्मजाय नमः
- छठा मंत्र- ऊं हं हनुमते नम:
लाभकारी Hanuman Mantra
- दरिद्रता दूर करने के लिए हनुमान मंत्र और उपाय:- हनुमान जयंती के दिन मिट्टी के दीपक में तेल डालकर जलाएं। इसके बाद अपने घर की ओर रवाना हो जाएं, परन्तु ध्यान दें पीछे मुड़कर नही देखना है। यह उपाय करने से घर में कंगाली कभी नहीं आएगी, और धन में भी वृद्धि होती है। हनुमान जयंती के दिन हनुमान चालीसा, सुंदरकांड का पाठ, बजरंग बाण की पूजा करना बेहद शुभ माना जाता है। इसके करने से पापों से मुक्ति और घर में सुख शांति प्राप्त होती है।
- मानसिक शांति के लिए:- हर व्यक्ति को किसी न किसी वक्त तनाव से जूझना पड़ता है, यह तनाव को कम करने के लिए हनुमान जी का मंत्र का उच्चारण करने से सब के मन को तनाव से मुक्ति मिलती हैं । हनुमान जयंती के दिन रामायण और राम रक्षा स्त्रोत का उच्चारण करें। हनुमान जी को सिंदूर लगाएं एवं चमेली का तेल लगाएं ।
- मानसिक रोग से जूझ रहे व्यक्ति की सेवा:- जीवन में हर व्यक्ति के भीतर एक सेवा भाव होना ही चाहिए, इससे व्यक्ति को अंदर से खुशी मिलती है। और हनुमान जी भी प्रसन्न होते हैं। इससे व्यक्ति को मानसिक शांति भी मिलती है।
- दुर्घटना से रक्षा करने के लिए:- मंगलवार का दिन हनुमान जी के के नाम होता है, यदि आप मंगलवार के दिन किसी जरूरतमंद को रक्तदान करते हैं तो, उससे दुर्घटना से रक्षा होती है, रक्त का कारक मंगल होता है। दुर्घटना और ऑपरेशन के कारक मंगल होता है। किसी भी रक्तदान करना बेहद अच्छा रहता है बस जब भी रक्तदान करें हनुमान जी का नाम जरूर स्मरण करें।
- Hanuman Mantra आराधना में शाबर:- शाबर मंत्र का प्रयोग तब किया जाता है जब व्यक्ति किसी पीड़ा में होता है। इस मंत्र का उच्चारण वही व्यक्ति करे जो अशुद्धता से दूर रहता है नही तो इस मंत्र के गलत प्रभाव पड़ सकते हैं।
- भय से पीड़ा या उपाय का हनुमान मंत्र:- एकाग्रचित होकर 21 दिन तक विधि-विधान से “बजरंग बाण” का पाठ करने से शत्रुओं के भय और रोग-व्याधि में बहुत आराम मिलता है। यदि आप निर्दोष और निरपराध हैं तो इस साधना से शत्रुओं को दंड मिलता है। यदि आपने बजरंग बाण की साधना किसी ऐसे अभीष्ट फल की प्राप्ति के लिए की हो जो अनुचित है, तो ध्यान रखें हनुमानजी दंडित कर सकते हैं। लाभ के स्थान पर हानि हो सकती है। यह हनुमानजी का मंत्र या उपाय भारी पड़ सकता है।
- रामबाण है द्वादश नाम जप:- Hanuman ji ने अपने प्रभु श्राराम के वे कार्य सिद्ध किए जो असंभव जैसे ही थे। प्रभु पर जब भी संकट आए चाहे माता सीता की खोज हो या संजीवनी बूटी का आवश्यकता, हनुमानजी ने ऐसे कठिन कार्य सिद्ध किए। श्रीराम का आशीर्वाद है कि अगर हनुमानजी का स्मरण करके कठिन कार्य किया जाए तो वह सरल हो जाएगा। यदि आप लगातार किसी कार्य को करने में असमर्थ हो रहे हैं और वह कार्य ऐसा है जिसमें कोई बुरी भावना नहीं और जिससे दूसरों का कल्याण हो सकता है। आपको हनुमानजी के द्वादश(बारह) नाम जप करके उसे आरंभ करना चाहिए। एक माला जप लें। मंगलवार को इसका जप अवश्य करना चाहिए। आप दिन में जब भी मौका लगे जितना संभव हो इन नामों का जप करें। हनुमानजी की भक्ति में एक खास बात यह भी है कि उनकी पूजा के लिए विशेष प्रयोजन की जरूरत नहीं होती। आप सफर में हो या विश्राम कर रहे हो-प्रभु के 12 नामों का पाठ मन में या उच्च स्वर पाठ करे।
Hanuman ji के 12 नाम जिसके जप से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं
- हनुमान
- अंजनिपुत्र
- वायुपुत्र
- महाबल
- रामष्ट
- फाल्गुन सखा
- पिंगाक्ष
- अमित विक्रम
- उदधिक्रमण
- सीता शोक विनाशन
- लक्ष्मण प्राणदाता
- दशग्रीव दर्पहा