‘आपका कार्य मंगलमय हो’ इसमें मंगल का शब्द शुभ के लिए प्रयोग हुआ है। अर्थात किसी भी परिस्थिति में मंगल शब्द का इस्तेमाल शुभ के लिए ही होता है परन्तु अगर यह शब्द मंगल, मंगलग्रह के संदर्भ में जुड़ जाता है तो इसे नकारत्मक दृष्टि से भी देखा जाने लगता है।
कहा जाता है कि अगर कुंडली मे मांगलिक दोष का अंश प्राप्त होता है तो उस व्यक्ति को जीवन काल में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। परन्तु ईश्वर किसी भक्त का इतना बुरा परीक्षा नहीं लेते अगर उन्होंने हमारी कुंडली मे मांगलिक दोष का कष्ट लिखा है तो उसी का हल भी हमारे समीप होता है जिसके लिए जातक को ज्योतिष की मदद लेनी चाहिए।
जिस प्रकार कस्तूरी की खोज में मृग दर दर भटकता है परन्तु यह नहीं जानता कि यह कस्तूरी उसी के नाभि में मिलता है। समाधान जानने के लिए सुझाए गए उपायों में ज्योतिष मूंगा रत्न को धारण करने का भी आदेश देते हैं। Moonga Stone यह मंगल की पीड़ा को कम करने का कार्य करता है। परंतु बिना ध्यान रखें अगर इसका इस्तेमाल करेंगे तो इसके उलट प्रभाव भी देखने को मिलते हैं।
Moonga Ratna | मूंगा रत्न धारण करने की विधि और महत्व
मंगल का अर्थ यूँ तो शुभ माना जाता है परन्तु ज्योतिषि भाषा में यह कहा गया है कि अगर मंगल शब्द मंगल ग्रह से सबंध रखता हो तो वह अशुभ की भांति गिना जाता है।
Moonga Stone क्या है ? कैसे करे मूंगे की पहचान
Moonga Stone समुंदर में पाई जाती है , जिसे हम एक प्रकार की वनस्ति भी कहते हैं। लतामणि भी इसी मूंगा रत्न को ही कहा जाता था। यह रत्न मंगल के दोष को कम करने हेतु लगाया जाता । परन्तु यह भी कहा गया है इस रत्न को सब को नहीं पहनना चाहिए।
वर्तमान में Moonga stone की पहनावे में काफी उछाल देखा गया है ज्यादातर व्यक्ति इसके ताकत के लिए नहीं बल्कि इसे फैशन के तर्ज पर इस्तेमाल करते हैं तभी इस रत्न के बाजार में नकली रत्न भी मिलने लग गए। इस नकली रत्न को भी इतने उच्चतम ढंग से बनाया जाता है कि बड़े से बड़ा ज्ञानी भी असली नकली पहचानने में भूल हो जाए। चोर जब चोरी करता है तो कुछ निशानी छोड़ ही देता है। ठीक इसी तरह नकली रत्न में भी कुछ ऐसा अंश होता है जिससे हम असली और नकली में भेद कर सके।
1. मूंगा रत्न बहुत ही चिकना होता है। इस पर पानी नहीं ठहरता इसलिये एक तरीका तो यह हो सकता है कि रत्न लेकर उस पर पानी की कुछ बूंदे डालें यदि पानी इस पर ठहरता है तो समझिये यह नकली है यदि पानी नहीं ठहरता तो मूंगा सही हो सकता है।
2. मैग्निफाइंग ग्लास से मूंगे का अवलोकन करें, ध्यान से देखने पर उसमें बिल्कुल बाल के जितनी सफेद-सफेद रेखाएं सी दिखाई देंगी। यदि रेखाएं न दिखें तो समझ लें कि जो मूंगा आपको दिया जा रहा है वह नकली है, अशुद्ध है।
3. मूंगा कहीं से सुला, कटा हुआ हो तो उसे भी नहीं लेना चाहिये यह भी ध्यान रखें कि उसमें कोई काला दाग धब्बा आदि न हो। सही मूंगा सूर्ख़ लाल या सिंदूरी रंग का होता है।
Benefits of Moonga Stone
मूंगा रत्न उसी मनुष्य को धारण करना चाहिए जो मंगल के दुष्ट प्रभावों से ग्रस्त है यह मूंगा रत्न जातक को मांगलिक दोष से निजात दिलाने में कारगर है । यह व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ाता है और सोच में सकारात्मक ऊर्जा लाता है । मीर्गी, पीलिया व रक्त संबंधी समस्याओं में भी मूंगी कमी लाता है। साथ ही यह भी माना जाता है कि मूंगा रत्न धारण करने से जातक को भूत-प्रेत आदि बाधाओं का भय भी नहीं रहता।
आपकी कुंडली के अनुसार आपके लिये मूंगा धारण करना लाभदायक रहेगा या इससे कोई नुक्सान होगा यह जानने के लिये आप एस्ट्रोयोगी पर देश भर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्यों से परामर्श कर सकते हैं।