रत्न प्रकृति प्रदत्त एक मूल्यवान निधि है। यह अपनी सुंदरता के कारण लोगो को अपनी ओर आकर्षित करता है हालांकि कई लोग रत्न को केवल दिखावे के लिए इस्तेमाल में लाते हैं । परन्तु अगर जातक अपने कुंडली के मुताबिक ही सही रत्न को चयनित करेंगे तो वह अपने कुंडली दोष से मुक्त होंगे ही साथ साथ वह कई बीमारियों से भी निजात पा लेंगे । हालांकि यह हो सकता है कि आपको इस लेख में लिखे उपाय अंधविश्वास से घिरे हुए लगे परन्तु ऐसा नहीं है । बीमारी से छुटकारा पाने हेतु चिकित्सक से जांच जरूर कराएं साथ में आप इन रत्नों की भी सहायता ले सकते हैं, यह आपके उपचार में सहायक रहेगा । क्योंकि रत्नों से निकलने वाली किरणें और ऊर्जाएं आपके पूरे शरीर पर अपना प्रभाव डालती हैं, ये प्रभाव अलग-अलग रत्नों की किरणों का अलग-अलग होता है। आइए जानते हैं कौन सा रत्न धारण करना आपके स्वास्थ्य से जुड़ी किस समस्या का निदान हो सकता है।
मूंगा रत्न धारण करने की विधि और महत्व
जिन व्यक्तियों को इस मूंगा रत्न को धारण करने के किए कहा जाता है, वय इस प्रशन के समीप स्वयं को जरूर पाता है कि आखिर मूंगा रत्न है क्या? इसका जवाब बेहद सरल है
रत्न और स्वास्थ्य पर पड़ता असर
रत्नों के कई प्रकार होते हैं जिससे यह विश्व मे अपना खुद का संसार लेकर जाने जाते हैं, यह सभी रत्न भिन्न भिन्न प्रकार के रोगों के उपचार के लिए विख्यात है । निम्मनलिखित में रत्न और उसकी रोग उपचार की विख्यात रचना के बारे में लिखा है ।
- पन्ना रत्न:- यह रत्न उन जातको के लिए शुभ कहा गया है जिनकी राशि कन्या हो । इस रत्न को पहनने से जातक दिमागी विकार, कान और दृष्टि से जुड़ी समस्याओं से दूर रहता है क्योंकि यह पन्ना रत्न बुध का प्रतीक माना जाता है। जिन्हें इससे संबंधित कोई भी परेशानियां हो वे इस रत्न को धारण कर सकते हैं।
- हीरा रत्न:- अपने नाम की तरह हीरा रत्न बेहद चमकीला होता है, अर्थात यह रत्न में एक नशा है जो अपने ओर आकर्षित करता है । तुला राशि मे आने वाले व्यक्ति इस रत्न को धारण कर सकते हैं । इस रत्न के धारण से व्यक्ति अपने नशे की लत से निजात पा सकता है । हीरा शुक्र ग्रह से जुड़ी समस्याओं का समाधान है।
- नीलम रत्न:- कुंभ और मकर राशि वाले जातकों के लिए नीलम रत्न धारण करना काफी शुभ प्रभाव देता है। यह रत्न शनि के प्रभावों को कम करता है। वहीं नीलम रत्न को धारण करने से दांपत्य सुख में बढ़ोत्तरी होती है साथ ही साथ ट्यूमर, जोड़ों के दर्द, घाव में सड़न होना, सांस या अंडकोष से जुड़ी बीमारियों के लिए कारगार होता है।
- माणिक्य रत्न:- सिंह राशि के जातकों के लिए शुभ यह रत्न सभी रत्नों का राजा माना जाता है । यह रत्न कुंडली में सूर्य से जुड़े दोषों को दूर करता है। माणिक्य रत्न कुंडली में सूर्य की स्थिति के अनुसार धारण किया जाता है। इसके अलावा यह सिर, हृदय, पेट और नेत्रों को प्रभावित करता है।
- मोती रत्न:- कर्क राशि वालों के लिए यह रत्न बहुत फायदेमंद साबित होता है। यह चंद्र से जुड़ा रत्न है जो त्वचा, सांस और मस्तिष्क से जुड़े रोगों को दूर करता है। मोती धारण करने से पाचन तंत्र से जुड़ी सम्स्याएं भी दूर होती हैं और साथ ही यह रत्न आपको भावनात्मक तौर से भी संतुलित रखता है।
- पुखराज रत्न:- धनु राशि का यह रत्न कुंडली में बृहस्पति से जुड़े दोषों को शांत करता है। यह दांपत्य जीवन को सुखमय बनाता है और साथ ही गर्भाशय और जननांगों से जुड़ी समस्याओं को दूर करता है।
- गोमेद रत्न:- राहु के प्रभाव को शांत करने के लिए ज्योतिषशास्त्री गोमेद धारण करने की सलाह देते हैं। जिन लोगों की कुंडली में राहु नुकसान पहुंचाने की स्थिति में होता है उन्हें गोमेद पहनना चाहिए। इसके अलावा 4 मूलांक वाले लोग भी इस रत्न को धारण कर सकते हैं।
रत्नों को अनेक बीमारियों को नष्ट करने के लिए व स्वास्थ्य बल प्राप्ति के लिए धारण करते हैं। कोई भी रत्न शुभ-अशुभ दोनों प्रकार से फल प्रदान करता है। अत: अधिक सुखफल प्राप्ति के लिए अपनी कुंडली किसी प्रतिष्ठित ज्योतिषी को दिखाकर रत्न ही धारण करें।